Kulhad making Business in 2023 : अगर हम भारतकी बात करे तो आज एमबीए चायवाला, चाय सुट्टाबार, एमबीए चायवाली, जैसे कई बड़े ब्रांड बाहर आ चुके है। ओर ये ब्रांड बाहर आने के कारण हमारे भारत की पुरानी परंपरा वापस आ रही है। वो परम परंपरा है मिट्टी के बर्तनोंमे खाने ओर पीने की।
इसकी वजह से धीरे धीरे से ही सही लेकिन मार्केट मे मिट्टी के बर्तनों की मांग बढ़ रही है। इन मिट्टी के बर्तनों मे मिट्टी के मटकी ओर कुल्हड़ खास है जिसकी मांग मार्केट मे बढ़ती जा रही है।
नमष्कार दोस्तों, इस मिट्टी के बर्तनों की बढ़ती मांग को ध्यानमें रखते हुए मे आजकी नई युवा जनरेशन जो बिजनेस करना चाहती है उनके लिए एक बहुत ही शानदार बिजनेस के बारे मे बताने वाला हु।
इस आर्टिकलमे आपको इस व्यवसाय को कैसे करे ? , इसके फायदे , इसके नुकसान, सब कुछ बारीकी से समजाने वाला हु तो अगर आप सचमे इसे करना चाहते है तो मे आपको बिनती के साथ कहता हु की पहले इस आर्टिकल के माध्यम से कुल्हड़ बनाने के व्यवसाय के बारे मे पूरी जानकारी ले। तो चलिए शुरू करते है।
Kulhad making Business in 2023 मे कैसे करे ?
कुल्हड़ बनाने का व्यवसाय शुरू करने से पहले क्या तैयारी करनी चाहिए ?
व्यवसाय चाहे कोई भी हो अगर आप बिना सोचे या बिना समजे बिना तैयारी शरू कर देते हो तो 99% आपके असफल होने के चांस है। तो यह व्यवसाय शरू करने से पहले भी हमे कुछ तैयारी करनी होंगी।
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आपके आसपास जो लोग पहले से ये व्यवसाय कर रहे है उनके पास जाए उनसे बात करे। उनकी यह व्यवसाय करने की तकनीक देखे। उनकी प्रोसेस देखे। उनका अच्छे से अवलोकन करे।
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यह सुनिश्चित करे की आप कहाँ अपना व्यवसाय शरू करेंगे। सबकुछ पेपर पे लिखे।
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इस व्यवसाय को शरू करने के बाद किस किस चीज की जरूरत पड़ने वाली है उन सभी छोटी से छोटी चीज की लिस्ट बनाए। ओर अपना बजेट फिक्स करे। उसमे से सबसे पहले जरूरत पड़ने वाली चीजे मार्केट से कम से कम दाम मे लाने की कोशिश करे।
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अपना एक नॉर्मल व्यवसाय कार्ड बनवाए। क्योंकि हम 2023 मे व्यवसाय करने वाले है।
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जिसको आप माल बेचने वाले है उनका लिस्ट बनाए ओर उनको जाके मिले।
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आप किस किस साइज का कुल्हड़ बनाएंगे ये फिक्स करले।
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सबसे पहले थोड़े सेंपल केलिए प्रॉडक्ट्स बनाए।
हमने तैयारी तो करली अब बारी है व्यवसाय शुरू करने की।
कुल्हड़ बनाने के व्यवसाय मे इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल।
इस व्यवसाय मे कुछ खास चीजों की जरूरत नहीं पड़ती। नॉर्मल चीजे होती है जो आपको आसानी से मिल जाती है। इसमे सबसे मेजर चीज है मिट्टी , क्योंकि हम इसमे कुल्हड़ मिट्टी से बनाने वाले है।
एक बात का ध्यान रखे की इसमे चिपचिपी मिट्टी हो तो आपके व्यवसाय केलिए सोने पे सुहागा हो जाएगा। एसी मिट्टी आपको तालाब के किनारे या नदी के किनारे मिल सकती है या आपके नजदीक कोई खेत जिसमे पानी ज्यादा समय रहता हो। उसमे मिट्टी ज्यादा चिपचिपी होती है।
दूसरी चीज इसमे लगने वाली है एक साँचा जिससे आप मिट्टी के कुल्हड़ को अच्छा सा आकार दे सके ओर जैसे चाहे वैसे आकार के कुल्हड़ बना सके। उसके साथ आपको कुल्हड़ बनाने की मशीन लानी होगी.
कुल्हड़ मेकिंग मशीन आपको 25000 रुपये से लेकर आप क बजेट के हिसाब से 45000 रुपये तक होती है।
मशीन के बाद आपको जरूरत होगी एक आग की भट्ठी की ओर लकड़ी का भुका जिससे आप मिट्टी के कुल्हड़ बनाने के बाद उसे पका सके।
कुल्हड़ सुख जाने के बाद आपको जरूरत पड़नेवाली है। उसको पैंट करने की। अगर आज के मार्केटमे स्पर्धा से आगे निकलना है तो आपको कुछ अलग करना होगा। तो आप उस पर अच्छे से कलर पेंट करे।
उसके बाद आपको लगेगा पेकिंग मटेरियल जो आपको आपकी नजदीकी मार्केट मे मिल जाएगा।
मिट्टी के कुल्हड़ बनाने का आसान तरीका।
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सबसे पहले आप जो मिट्टी लाए होंगे उसे अच्छे से साफ करदे, साफ करने से मेरा मतलब है की उसमे कंकर या कुछ वनस्पति का कचरा होता है उसमे से निकाल दे। उसके बाद मिट्टी अच्छे से रोटी के आटे की तरह मसले उसे अच्छे से मिक्स करे।
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उसके बाद आपके पास जो साँचा है उसके अंदर की तरफ तेल या कुछ लुब्रिकंट लगाए। उसके बाद आपको जितनी साइज का कुल्हड़ बनाना है उतनी मिट्टी को साँचे मे डाले।
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मशीन की मदद से उसे अच्छे से आकार दे।
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यहाँ तक आपका कुल्हड़ बनाने का 50% काम पूरा हो गया। अब कुल्हड़ को टूटे न उसका ध्यान रखते हुए साँचे से बाहर निकाले ओर धूप मे रख दे।
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कुल्हड़ को सूखने के बाद अब बारी है उसे पकाने की।
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अब आग की भट्टी मे लकड़ी का भुका डालकर जलाए। ओर धीमी आग मे सूखे हुए कुल्हड़ को रखे।
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जब तक कुल्हड़ रंग पक्के लाल नहीं हो जाता तब तक उसको तपने दे।
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उसके बाद उसे बाहर निकाल कर थोड़े समय बाद उसके ऊपर आप जैसे भी पैंट करना चाहते है वो कर सकते है।
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कुल्हड़ बन जाने के बाद उसको अच्छे से थर्मोस पेपर डालके उसको पेकिंग करे क्यों मिट्टी के होने के कारण टूटने का ज्यादा चांस रहता है।
मिट्टी के कूल्हड़की पेकेजिंग :
~ जब हम कोई ओर प्रॉडक्ट्स का बिजनेस करते है तो उसमे पेकेजिंग पे अगर कम ध्यान दे तो चलता है लेकिन ये हमारा मिट्टी का व्यवसाय है इसलिए हमे इसकी पेकेजिंग पे विशेष ध्यान देना होता है।
आप यह मिट्टी के कुल्हड़ पेकेजिंग मे एक नुसका अपना सकते है। आप बड़े बॉक्स मे सुखी घास भरे ओर उसके अंदर कुल्हड़ रखे जिससे कुल्हड़ एक दूसरे से टकराके टूटेंगे नहीं।
हो सके तो कोशिश करे की ज्यादा दूर उसको ट्रांसपोर्ट मे ना भिजवाया जाए।
मिट्टी के कुल्हड़ की पेकेजिंग मे ध्यान रखने जैसी बाते।
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कभी भी बिना पके कुल्हड़ की पेकेजिंग नहीं करनी चाहिए। क्योंकि कच्चे कुल्हड़ की टूटने की मात्रा ज्यादा होती है।
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पेकिंग मे एक कुल्हड़ के ऊपर दूसरा कुल्हड़ ना रखे।
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सभी कुल्हड़ के आसपास सुखी घास या आप पेकेजिंग केलिए जो भी मटेरियल रखने वाले हो वो सभी कुल्हड़ के बिचमे रखे।
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बॉक्स के ऊपर अच्छेसे रेपींग करे।
मिट्टी के बर्तन एवं मिट्टी के कुल्हड़ के उपयोग
आज के समयमे धीरे धीरे से मिट्टी के साधनों को इस्तेमाल करने न ट्रेंड या रहा है। शहेरी इलाकों मे मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल ज्यादा हो रहा है।
लोग पानी पीने के पटके से लेखर घरों मे दिया जलाने मे भी मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल करते है। आज कल चाय के व्यवसाय मे कुल्हड़ चाय बहुत ज्यादा प्रचलित है।
रेस्टोरेंट या होटेल्स मे भी कई अच्छे रेस्टोरेंट ने मिट्टी के बर्तन इस्तेमाल करना स्टार्ट कर दिया है।
कई स्कूल्स एसे है जिसमे बच्चों को सिर्फ मिट्टी के बोतल या कुल्हड़ मे पीने का पानी दिया जाता है।
हमने आपको इसमे कुल्हड़ कहाँ इस्तेमाल होता है ये बताया है इससे आप ये अंदाजा लगा सकते है की हमे कुल्हड़ बनाके कहाँ बेचने है। आप कुल्हड़ बनाके ऊपर बताए गए जगहों पर बेच सकते है या मार्केटिंग कर सकते है।
मिट्टी के कुल्हड़ बनाने के व्यवसाय के साथ दूसरा कॉनसा व्यवसाय कर सकते है।
पहले से हम मिट्टी से जुड़ा प्रॉडक्ट्स बना रहे है तो हम इस कुल्हड़ बनाने के व्यवसाय के साथ हम मिट्टी के प्रॉडक्ट्स का ही व्यवसाय कर सकते है।
मिट्टी के कुल्हड़ बनाने के व्यवसायमे अगर आप थोड़े सफल हो जाए तो इसके साथ साथ आप मिट्टी मे नए प्रॉडक्ट्स भी एड कर सकते है। जैसे की
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मिट्टी के तवे
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मिट्टी के अलग अलग साइज के मटके
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मिट्टी के बड़े कुल्हड़
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मिट्टी की छोटी ओर बड़ी गुल्लक
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बिलौना
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दिया जालाने की बाती
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मिट्टी के खाने के बर्तन
ये सभी प्रॉडक्ट्सको आप बड़े पेमाने पे बनाना शुरू कर सकते है।
मिट्टी के कुल्हड़ बनाने के व्यवसायमे आने वाली समस्याए।
आज के समयमे व्यवसायकी प्रतिओगीता मे आप कुछ भी व्यवसाय करो आपको परेशानियाँ तो आएगी ही आएगी। इस व्यवसायमे कुछ खास नहीं लेकिन बड़ी छोटी समस्याए आएगी जैसे की
आपको इस बिजनेस मे लकड़ी की जरूरत होती है। तो आपको लकड़ी की समस्या या सकती है।
दूसरी है मिट्टी आपको ज्यादा रेत वाली मिट्टी नहीं चाहिए आपको चिपचिपी मिट्टी चाहिए होती है। आपको उसकी समस्या या सकती है।
इसमे आपको प्रॉडक्ट्स के डेमेज की समस्या ज्यादा रहेगी।
आप को बड़े पेमाने पर जब माल भिजवाना होगा दूर के किसी लोकेशन मे तो उसमे दिक्कत आती होंगी।
शरुआतमे आपको मार्जिन कम मिलेगा क्यों की आपको माल मार्केट के हिसाब से ही कम रेंट मे देना होगा तभी मार्केटमे आप अपनी इमेज बना पाओगे।
मिट्टी के कुल्हड़ बनानेके व्यवसाय केलिए सरकार क्या मदद करेगी ?
आज के समयमे हमारा देश किसानों की तरह मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कुम्हारों पर भी ध्यान दे रहा है। हमारी सरकार ने कुम्हारों केलिए योजना बनाई है। जिसका नाम है कुम्हार सशक्तिकरण योजना।
इस योजना के अंतर्गत कुम्हार का काम करने वालों को इलेक्ट्रिक चाक मुफ़तमे दिया जाता है। इसके अलावा सरकार यह भी दावा करती है की उनके बनाए हुए मिट्टी के बर्तनों को अच्छे दाम मे खरीदेंगे।
इससे हर कुम्हार सशक्त बनेगा। अगर आप ये कुम्हार का काम करते है। तो आपको सरकार ये लाभ देंगी।
मिट्टी के कुल्हड़ बनाने का व्यवसाय शुरू करने केलिए आवश्यक लाइसेंस।
जब हम कोई भी अपना नया व्यवसाय शुरू करते है तो अपने राज्य या देश की सरकार की पर्मिशन लेनी जरूरी बनती है। इसलिए कुल्हड़ बनाने के व्यवसाय का एक ट्रेड लाइसेंस लेना अनिवार्य है।
इसके अलावा हमे अपने व्यवसाय को एमएसएमई के तहत भी रजिस्टर करना होगा। जिससे आपको सरकार की तरफ से हर एक लाभ मिल सके।
कुल्हड़ बनाने के व्यवसायके बारे मे प्रश्न :
प्रश्न 1. मिट्टी के कुल्हड़ की किंमत ?
उत्तर : मिट्टी के कुल्हड़ की किंमत उसके साइज़ पर आधारित रहती है। चाय का छोटा कुल्हड़ सामान्य तौर प 50 रुपये मे बिकता है। लच्छी का मीडियम साइज का 100 रुपये के आसपास रहता है। दूध का बड़ी साइज का कुल्हड़ 150 रुपये तक बिकता है।
प्रश्न 2. मिट्टी के कुल्हड़ बनाने की मशीन की किंमत ?
उत्तर : आज कल मार्केटमे कुल्हड़ बनाने की छोटी कई मशीन उपलब्ध है। आम तौर पर जिनकी किंमत 50000 रुपये से लेकर 80000 रुपये है।
प्रश्न 3. मिट्टी के कुल्हड़ बनाने से हमारे पर्यावरण पर क्या असर पड़ता है ?
उत्तर : आज से कई साल पहले लोग यही मिट्टी के बर्तन इस्तेमाल करते थे। लेकिन इस इक्कीसवी सदी मे सभी चीजे हम प्लास्टिक की इस्तेमाल करने लगे है। जिससे हम केन्सर जैसी बीमारिओ का शिकार हो गए है।
अगर फिरसे हम मिट्टी के बर्तन का इस्तेमाल करने लगे तो धीमे धीमे से प्लास्टिक खत्म हो जाएगा। ओर लोग स्वस्थ रहेंगे।
प्रश्न 4. पेपर कप या कुल्हड़ कौनसा बेस्ट है ?
उत्तर : चलिए जानते है इस छोटे से टेबल से।
प्रश्न 5. मिट्टी के कुल्हड़ बनाने केलिए आवश्यक सामग्री कॉनसी लगती है।
उत्तर : मिट्टी के कुल्हड़ बनाने केलिए आवश्यक सामग्री कुछ इस प्रकार है।
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चिपचिपी मिट्टी
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तेल
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साँचा
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कुल्हड़ मेकिंग मशीन
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सुखी लकड़ी का भुका
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आग की भठ्ठी
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पेकिंग मटेरियल
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पेंटिंग कलर
निष्कर्ष :
Kulhad making Business in 2023 इस आर्टिकल मे हमने आपको इस व्यवसाय को करने की कई वजह बताई है। यह व्यवसाय कैसे करे ये हमने बारीकीसे समजाने की कोशिश की हे। हमने इस आर्टिकल मे सिर्फ मिट्टी के कुल्हड़ बनाने के व्यवसाय करने का आइडिया दिया है।
अगर आपको ये आर्टिकल अच्छा लगा तो अपने वो सबंधी, दोस्तों को जरूर शेर करे जो व्यवसाय करने मे दिलचस्पी रखते है। आर्टिकल पूरा पढ़ने केलिए आपका धन्यवाद !